भूमिका
१९६५ ई० के आसपास मथुरा कलक्टरी कचहरी के लिये नये अभिलेखागार भवन की नींव खोदते समय भगवान बुद्ध की एक भग्न मूर्ति मिली थी, जिसके पीठासन पर यह लेख अंकित है। इसीलिये इसको मथुरा बुद्ध-मूर्ति लेख कहा जाता है। यह मूर्ति मथुरा संग्रहालय में रखी हुई है। पीठासन का दाहिना भाग टूटा हुआ है जिसके कारण प्रथम दो पंक्ति के कुछ अक्षर तथा अन्तिम पंक्ति अप्राप्य है। पहली पंक्ति के अक्षरों के शिरोभाग भी क्षतिग्रस्त हैं। इस प्रकार यह लेख अधूरा है। इसको वी० एन० श्रीवास्तव ने प्रकाशित किया है।
संक्षिप्त विवरण
नाम :- कुमारगुप्त प्रथम का मथुरा बुद्ध-मूर्ति लेख ( Mathura Buddha Image Inscription of the Time of Kumaragupta I )
स्थान :- मथुरा जनपद, उत्तर प्रदेश
भाषा :- संस्कृत
लिपि :- ब्राह्मी
समय :- गुप्त सम्वत् १२५ ( ४४४ ई० )
विषय :- भगवान बुद्ध की मूर्ति के निर्माण की विज्ञप्ति
मूलपाठ
१. …………… श्रीकुमारगुप्तस्य विजय-राज्य-सम्वत् १२५ अश्वायुज मासे दि ९ [अस्यां] दिवस पूर्व्वायां माथुरस्य
२. ……………. [कु]मारदास [भ]ट्ट-विज्ञायमानस्य [I] यद[त्र] पुण्यमं तद् भवतु माता पित्रोः सर्व्वसत्वानां चानुत्तर
३. ……………. [ज्ञानावाप्तयि] …………….
हिन्दी अनुवाद
….…….. श्री कुमारगुप्त के विजय-राज्य में संवत् १२५, अश्वायुज (आश्विन) मास का दिन ९।
इस पूर्वकथित दिन को मथुरा के ……… कुमारदास भट्ट की भेंट। इसका जो पुण्य हो वह माता-पिता और सर्व सत्वों को प्राप्त हो।
महत्त्व
जिस भग्न बुद्धमूर्ति के पीठासन पर यह लेख है, उसी के दान की यह विज्ञप्ति है। यदि पहली पंक्ति का पूर्वांश उपलब्ध होता तो कदाचित् कुमारगुप्त के सम्बन्ध में कुछ जानकारी प्राप्त होती। हो सकता है उसमें कुमारगुप्त प्रथम का विरुद रहा हो। इसी प्रकार दूसरी पंक्ति के अनुपलब्ध अंश में कदाचित् मथुरा निवासी कुमारदास का परिचय रहा होगा। इससे इतना ही ज्ञात होता है कि यह कुमारगुप्त प्रथम के शासनकाल का है जिसमें गुप्त सम्वत् १२५ ( ४४४ ई० ) अंकित है।
कुमारगुप्त ( प्रथम ) का बिलसड़ स्तम्भलेख – गुप्त सम्वत् ९६ ( ४१५ ई० )
कुमारगुप्त प्रथम का उदयगिरि गुहाभिलेख (तृतीय), गुप्त सम्वत् १०६
मथुरा जैन-मूर्ति-लेख : गुप्त सम्वत् १०७ ( ४२६ ई० )
धनैदह ताम्रपत्र ( गुप्त सम्वत् ११३ )
तुमैन अभिलेख ( गुप्त सम्वत् ११६ )
मन्दसौर अभिलेख मालव सम्वत् ४९३ व ५२९
करमदण्डा शिवलिंग अभिलेख – गुप्त सम्वत् ११७ ( ४३६ – ३७ ई० )
दामोदरपुर ताम्रपत्र अभिलेख ( प्रथम ) गुप्त सम्वत् १२४ ( ४४३ – ४४ ई० )
दामोदरपुर ताम्रपत्र लेख (द्वितीय) – गुप्त सम्वत् १२८ ( ४४७-४८ ई० )