वेबसाइट के बारे में ( About Website ) :— नमस्कार दोस्तों! जैसा की ‘ज्ञानप्रभा’ नाम से विदित होता है, इसको ज्ञान के स्रोत के रूप में विकसित करने का प्रयास है।
आदर्श :— ज्ञान अनन्त है, अतः इस मंच पर खुले विचारों से कार्य होगा कि जहाँ से भी जानकारी मिले उसका स्वागत किया जाये। इस प्रसंग में एक प्रसिद्ध वैदिक श्लोक है – ‘आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः’ ( ऋग्वेद )। इसे ही सामान्य बोलचाल में कहें तो ‘दिमाग़ की खिड़की खुली रखो।’
संचालन :— ‘ज्ञानप्रभा’ वेबसाइट पर उपलब्ध होने वाली सामग्री एक सामूहिक प्रयास का प्रतिफल होगी।
यहाँ पर प्रकाशित सामग्री पर सावधानीपूर्वक कार्य करने का प्रयास किया जायेगा। विषयों को क्षमतानुसार सारगर्भित और सरल प्रस्तुत करने का विनम्र प्रयास होगा। फिरभी सुधार की गुंजाइश तो रहती ही है। इसी सुधार के लिए आपके सुझाव का स्वागत है।
धन्यवाद।