नवीनतम् लेख
भूमिका प्रयाग प्रशस्ति ३५ फुट ऊँचे पत्थर के एक गोल स्तम्भ पर अंकित है, जो प्रयागराज ( इलाहाबाद ) में गंगा-यमुना तट पर स्थित मुगल...
Read Moreभूमिका समुद्रगुप्त का गया ताम्रपत्र ( वर्ष ६ ) आठ इंच लम्बे और सात इंच से कुछ अधिक चौड़े ताम्र-फलक के एक ओर अंकित है।...
Read Moreभूमिका समुद्रगुप्त का नालन्दा ताम्रलेख ( Nalanda Copper-Plate of Samudragupta ) साढ़े दस इंच लम्बे और नौ इंच चौड़े ताम्र फलक पर अंकित है। यह...
Read Moreभूमिका बड़वा-यूप अभिलेख राजस्थान प्रान्त के बरन जिले में बढ़वा नामक स्थान पर मिला है। इसमें चार लघु अभिलेख मिले हैं। ये अभिलेख प्राकृत से...
Read Moreभूमिका अगरोहा यौधेय मुद्रांक हरियाणा प्रान्त के हिसार जिले के अगरोहा नामक स्थान से यह मुद्राङ्क ( मुहर ) प्राप्त हुई ह। यह मिट्टी की...
Read Moreभूमिका विजयगढ़ का यौधेय शिलालेख संस्कृत भाषा और ब्राह्मी लिपि में है। यह अभिलेख भरतपुर ( राजस्थान ) के बयाना नामक कस्बे से लगभग दो...
Read Moreभूमिका ईश्वरसेन का नासिक गुहालेख लयण संख्या १० के आँगन के पश्चिमी दीवार पर अंकित है। अनुमान किया जाता है कि यह लेख १५ पंक्तियों...
Read Moreभूमिका रुद्रदामन का जूनागढ़ शिलालेख गुजरात के जूनागढ़ से प्राप्त एक महत्त्वपूर्ण अभिलेख है। जिस शिला पर यह उत्कीर्ण है उसी पर अशोक के चौदह...
Read Moreभूमिका नहपानकालीन उषावदत्त का कार्ले अभिलेख महाराष्ट्र के पुणे जनपद से प्राप्त होता है। पुणे जिले में कार्ले नामक स्थान में जो चैत्य है उसके...
Read Moreभूमिका नहपानकालीन तिथिविहीन उषावदत्त का नासिक गुहालेख ब्राह्मी लिपि और प्राकृत भाषा में है। इसमें विविध दान का वर्णन और मालवों के विरुद्ध अभियान का...
Read More