अभिलेख

तख्तेबाही अभिलेख ( Takht-i-Bahi Inscription )

भूमिका तख्तेबाही अभिलेख पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मरदान जनपद में है। यह अभिलेख खरोष्ठी लिपि और प्राकृत भाषा में लिखा हुआ है। इस अभिलेख के शिला का प्रयोग पीसने के लिए सिल के रूप में होता था जिसके कारण इसकी तीसरी, चौथी और पाँचवीं पंक्तियाँ घिस गयी हैं और उनका पाठ अनेक स्थलों …

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तक्षशिला ताम्रलेख

भूमिका तक्षशिला ताम्रलेख १४ इंच लम्बे और ३ इंच चौड़े ताम्रपत्र पर अंकित है। यह आभिलेख तीन टुकड़ों में खण्डित है। इसे तक्षशिला, रावलपिंडी, पाकिस्तान में कहीं मिला था और इसके प्राप्ति स्थान को निश्चित रूप से नहीं जाना जा सका है। वर्तमान में यह ताम्रलेख लन्दन के रायल एसियाटिक सोसाइटी में सुरक्षित है। यह …

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बाजौर अस्थि-मंजूषा अभिलेख

भूमिका बाजौर अस्थि-मंजूषा अभिलेख बाजौर क्षेत्र से प्राप्त हुई है। यह अभिलेख सेलखड़ी (steatite) की बनी एक अस्थि-मंजूषा पर अंकित है। अब यह एक निजी संग्रह में है। इस पर खरोष्ठी लिपि में उत्तर-पश्चिमी भारतीय प्राकृत भाषा में यह अभिलेख अंकित है। इसका पाठ पहले सर हेराल्ड बेली ने प्रस्तुत किया था बाद में उसे …

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स्वातघाटी अस्थि-मंजूषा अभिलेख

भूमिका स्वातघाटी अस्थि-मंजूषा अभिलेख बौद्ध धर्म से सम्बंधित है। यह स्वातघाटी में स्थित पठानों के किसी गाँव मिली थी। यह अस्थि-मंजूषा सेलखड़ी ( steatite ) की बनी हुई थी जो अब लाहौर संग्रहालय में सुरक्षित बतायी जाती है। इस पर ई०पू० पहली शती के खरोष्ठी लिपि और प्राकृत भाषा में छोटा-सा लेख अंकित है। संक्षिप्त …

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शिनकोट मंजूषा अभिलेख

भूमिका शिनकोट मंजूषा अभिलेख अफगानिस्तान ( वर्तमान पाकिस्तान ) में बहने वाली पंजकोर और स्वात नदियों के संगम से लगभग २० मील ( ≈ ३२ किलोमीटर  ) पश्चिमोत्तर में बाजौर के समीप शिनकोट से मिला है। यह अभिलेख एक शेलखड़ी ( steatite ) की मंजूषा के भीतर, बाहर और उसके ढक्कन पर अंकित है। शिनकोट …

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गुण्टूपल्ली अभिलेख

भूमिका गुण्टूपल्ली अभिलेख आंध्र प्रदेश में पश्चिमी गोदावरी जनपद ( एलुरू ) के गुण्टूपल्ली नामक ग्राम में स्थित एक प्राचीन ध्वस्त मण्डप के चार स्तम्भों पर समान रूप से अंकित प्राप्त हुआ है। ब्राह्मी लिपि का यह अभिलेख एक स्तम्भ पर पाँच और शेष तीन पर छह पंक्तियों में उत्कीर्ण है। गुण्टूपल्ली अभिलेख : संक्षिप्त …

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हाथीगुम्फा अभिलेख

भूमिका हाथीगुम्फा अभिलेख उड़ीसा में भुवनेश्वर के निकट खोर्धा जनपद में उदयगिरि पर्वतमाला में अंकित है। उदयगिरि और उससे पास ही खण्डगिरि में मौर्योत्तरकाल में कलिंग नरेश खारवेल ने जैन यतियों ( मुनियों ) के लिए गुफाएँ बनवायीं थीं। उदयगिरि में १९ गुफाएँ और खण्डगिरि में १६ गुफाएँ हैं। उदयगिरि के १९ गुफाओं में से …

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धनदेव का अयोध्या अभिलेख

भूमिका अयोध्या से पुष्यमित्र शुंग के राज्यपाल धनदेव का एक अभिलेख प्राप्त हुआ है। इससे पुष्यमित्र द्वारा अश्वमेध यज्ञ किये जाने की जानकारी मिलती है। अयोध्या अभिलेख : संक्षिप्त विवरण नाम – धनदेव का अयोध्या प्रस्तर अभिलेख ( Ayodhya Stone Inscription of Dhandeva ) स्थान – अयोध्या जनपद उत्तर प्रदेश। भाषा – संस्कृत ( अशुद्ध …

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पभोसा गुहा अभिलेख

भूमिका पभोसा गुहा अभिलेख उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में पभोसा नामक स्थान स्थित एक गुहा की दीवार पर मिला है। यह लेख ब्राह्मी लिपि में प्राकृत से प्रभावित संस्कृत में अंकित है। इस गुहा अभिलेख का समय फुहरर ने ई० पू० दूसरी-पहली शताब्दी अनुमानित किया है। बुह्लर इस अभिलेख का समय १५० ई० पू० …

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बेसनगर गरुड़ध्वज अभिलेख

भूमिका बेसनगर गरुड़ध्वज अभिलेख मध्य प्रदेश में विदिशा से कुछ दूर स्थित बेसनगर में एक शिला-स्तम्भ पर अंकित है। यह संस्कृत से प्रभावित प्राकृत भाषा में ब्राह्मी लिपि में लिखा गया है। इसकी लिपि को सामान्यतः ईसा पूर्व दूसरी शती अनुमान किया जाता है किन्तु दिनेशचन्द्र सरकार इसे ई० पू० दूसरी शती के अन्त में …

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