भूमिका
नरसिंहगुप्त का ‘नालन्दा मुद्रालेख’ नालंदा के ही उत्खनन में मिट्टी पर छपी एक मुहर की छाप प्राप्त हुई है।
संक्षिप्त परिचय
नाम :- नरसिंहगुप्त का नालन्दा मुद्रालेख
स्थान :- नालन्दा बिहार
भाषा :- संस्कृत
लिपि :- ब्राह्मी
समय :- गुप्तकाल, नरसिंहगुप्त का शासनकाल
विषय :- गुप्त राजवंश की वंशावली
मूलपाठ
१. [सर्व्वराजोच्छेतुपृथिव्या]मप्रतिस्थस्य महाराज श्रीगुप्त प्रपौत्रस्य महाराज श्रीघटोत्कच [पौ]-
२. [त्रस्य महाराजाधिरा]ज श्रीचन्द्रगुप्त पुत्रस्य [लि]च्छवि दौहि[त्र]स्य महादेव्यां कुमारदेव्यामुत्पन्न[-]
३. [स्य महाराजाधिरा]ज श्रीसमुद्रगुप्तस्य पुत्रस्तत्प[रि] गृहीतो महादेव्यान्दत्तदेव्यामुत्पन्न[-]
४. [स्स्वयञ्चाप्रतिरथः परम]भागवतो महाराजाधिराज श्रीचन्द्रगुप्तस्तस्य पुत्रस्तत्पादानु[-]
५. [द्ध्यातो महादेव्यां] ध्रुवदेव्यामुत्पन्नो महाराजाधिराज श्रीकुमारगुप्तस्तस्य पुत्रस्तत्पा[-]
६. [दानुद्ध्यातो म]हादेव्यामनन्तदेव्यामुत्पन्नः महाराजाधिराज पूरुगुप्तस्तस्य पु[-]
७. [त्रस्तत्पादानुद्ध्यातो] महादेव्यां श्रीचन्द्रदेव्यामुत्पन्नः परमभाग[-]
८. [वतो महाराजाधिरा]ज श्रीनरसिंहगुप्तः [।]
हिन्दी अनुवाद
महाराज श्री गुप्त के प्रपौत्र, महाराज श्री घटोत्कच के पौत्र, लिच्छवि-दौहित्र, महादेवी कुमारदेवी के [गर्भ से] उत्पन्न महाराजाधिराज श्री चन्द्रगुप्त के पुत्र, सर्वराजोच्छेता (समस्त राजाओं का उन्मूलन करनेवाले), पृथ्वी पर अप्रतिरथ, महाराजाधिराज श्री समुद्रगुप्त; उनके महादेवी दत्तदेवी [के गर्भ] से उत्पन्न पुत्र, परिगृहीत, एवं स्वयं भी अप्रतिरथ, परमभागवत महाराजाधिराज चन्द्रगुप्त;
उनके पुत्र तथा [उनके] पाद के अनुयायी (पादानुध्यात्) महादेवी ध्रुवदेवी [के गर्भ] से उत्पन्न महाराजाधिराज श्री कुमारगुप्त;
उनके पुत्र [तथा उनके] पादानुध्यात्, महादेवी अनन्तदेवी [के गर्भ] से उत्पन्न महाराजाधिराज श्री पूरुगुप्त;
उनके पुत्र [तथा उनके] पादानुध्यात् महादेवी [के गर्भ] से उत्पन्न महाराजाधिराज श्री नरसिंहगुप्त।