अशोक का छठा बृहद् शिलालेख

भूमिका छठा बृहद् शिलालेख ( Sixth Major Rock Edict ) सम्राट अशोक के चतुर्दश बृहद् शिलालेखों में से छठवाँ अभिलेख है। प्रियदर्शी राजा अशोक द्वारा भारतीय उप-महाद्वीप में ‘आठ स्थानों’ पर ‘चौदह बृहद् शिलालेख’ या चतुर्दश बृहद् शिला प्रज्ञापन ( Fourteen Major Rock Edicts ) लिखवाये गये। यहाँ पर ‘गिरनार संस्करण’ का मूलपाठ उद्धृत किया […]

अशोक का छठा बृहद् शिलालेख Read More »

अशोक का पाँचवाँ बृहद् शिलालेख

भूमिका पाँचवाँ बृहद् शिलालेख ( Fifth Major Rock Edict ) सम्राट अशोक के चतुर्दश बृहद् शिलालेखों में से पञ्चम अभिलेख है। मौर्य सम्राट अशोक द्वारा भारतीय उप-महाद्वीप में ‘आठ स्थानों’ पर ‘चौदह बृहद् शिलालेख’ या चतुर्दश बृहद् शिला प्रज्ञापन ( Fourteen Major Rock Edicts ) अंकित करवाये गये। यहाँ पर ‘मानसेहरा संस्करण’ का मूलपाठ उद्धृत

अशोक का पाँचवाँ बृहद् शिलालेख Read More »

अशोक का चतुर्थ बृहद् शिलालेख

भूमिका चतुर्थ बृहद् शिलालेख ( Fourth Major Rock Edict ) सम्राट अशोक के चतुर्दश बृहद् शिलालेखों में से चौथा अभिलेख है। मौर्य सम्राट अशोक द्वारा भारतीय उप-महाद्वीप में ‘आठ स्थानों’ पर ‘चतुर्दश बृहद् शिलालेख’ या चौदह बृहद् शिला प्रज्ञापन ( Fourteen Major Rock Edicts ) अंकित करवाये गये। गुजरात का ‘गिरनार संस्करण’ इसमें से सबसे

अशोक का चतुर्थ बृहद् शिलालेख Read More »

अशोक का तृतीय बृहद् शिलालेख

भूमिका तृतीय बृहद् शिलालेख ( Third Major Rock Edict ) सम्राट अशोक के चतुर्दश बृहद् शिलालेखों में से तीसरा लेख है। सम्राट अशोक द्वारा भारतीय उप-महाद्वीप में ‘आठ स्थानों’ पर ‘चौदह बृहद् शिलालेख’ या चतुर्दश बृहद् शिला प्रज्ञापन ( Fourteen Major Rock Edicts ) स्थापित करवाये गये। ‘गिरनार संस्करण’ इसमें से सबसे सुरक्षित है। इसलिए अधिकतर

अशोक का तृतीय बृहद् शिलालेख Read More »

अशोक का द्वितीय बृहद् शिलालेख

भूमिका द्वितीय बृहद् शिलालेख ( Second Major Rock Edict ) सम्राट अशोक के चतुर्दश बृहद् शिलालेखों में से दूसरा अभिलेख है। भारतीय उप-महाद्वीप के ‘आठ स्थानों’ से सम्राट अशोक के ‘चौदह बृहद् शिलालेख’ या चतुर्दश बृहद् शिला प्रज्ञापन ( Fourteen Major Rock Edicts ) मिलते हैं। इसमें से ‘गिरनार संस्करण’ सबसे सुरक्षित अवस्था में है।

अशोक का द्वितीय बृहद् शिलालेख Read More »

अशोक का प्रथम बृहद् शिलालेख

भूमिका प्रथम बृहद् शिलालेख ( First Major Rock Edict ) सम्राट अशोक के चतुर्दश बृहद् शिलालेखों में से पहला लेख है। सम्राट अशोक के भारतीय उप-महाद्वीप में ‘आठ स्थानों’ से ‘चौदह बृहद् शिलालेख’ या चतुर्दश बृहद् शिला प्रज्ञापन ( Fourteen Major Rock Edicts ) मिलते हैं। इसमें से ‘गिरनार संस्करण’ सबसे सुरक्षित है। इसीलिए अधिकतर विद्वानों

अशोक का प्रथम बृहद् शिलालेख Read More »

महास्थान अभिलेख ( Mahasthan Inscription )

भूमिका नाम – महास्थान अभिलेख या महास्थान खण्डित प्रस्तर पट्टिका अभिलेख ( Mahasthan Fragmentary Stone Plaque Inscription ) स्थान – महास्थान, बोगरा जनपद; बांग्लादेश भाषा – प्राकृत लिपि – ब्राह्मी विषय – अन्न भण्डारण महास्थान अभिलेख का मूल पाठ १ – ×  नेन [ । ] [ स ] बगि१ यानं [ तल दन स

महास्थान अभिलेख ( Mahasthan Inscription ) Read More »

सोहगौरा अभिलेख या सोहगौरा ताम्रपत्र अभिलेख

भूमिका नाम – सोहगौरा अभिलेख या सोहगौरा ताम्रपत्र अभिलेख ( Sohgaura Copper-Plate Inscription )। स्थान – सोहगौरा, गोरखपुर जनपद, उत्तर प्रदेश। भाषा – प्राकृत। लिपि – आदि ब्राह्मी। समय – लगभग चतुर्थ शताब्दी ई०पू०। विषय – अन्नागार में धान्यों का संग्रह और उसके आपद् स्थिति में उपयोग का विवरण। सोहगौरा अभिलेख का मूलपाठ १ – सवतियान महमतन

सोहगौरा अभिलेख या सोहगौरा ताम्रपत्र अभिलेख Read More »

पिपरहवा अभिलेख या पिपरहवा बौद्ध कलश अभिलेख

परिचय नाम – पिपरहवा बौद्ध अस्थि कलश अभिलेख ( Piprahwa Buddhist Vase-Inscription ) या पिपरहवा अभिलेख। स्थान – पिपरहवा, सिद्धार्थनगर जनपद, उत्तर प्रदेश। भाषा – प्राकृत ( पूर्वी वर्ग )। लिपि – मौर्य-पूर्व ब्राह्मी। समय – गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण ४८३ ई०पू० के ठीक बाद अर्थात् पाँचवीं शताब्दी ई०पू०। विषय – महात्मा बुद्ध के धातु

पिपरहवा अभिलेख या पिपरहवा बौद्ध कलश अभिलेख Read More »

ऐहोल अभिलेख ( The Aihole Inscription )

परिचय नाम – ऐहोल अभिलेख ( Aihole inscription ) या पुलकेशिन् द्वितीय का ऐहोल अभिलेख ( Aihole inscription of Pulakeshin second ) स्थान – ऐहोल, जनपद – बागलकोट, कर्नाटक। भाषा – संस्कृत लिपि – दक्षिणी ब्राह्मी समय – ६३४ ई० लेखक – जैन कवि रविकीर्ति विषय – पुलकेशिन् द्वितीय का प्रशस्ति गायन। ऐहोल अभिलेख का

ऐहोल अभिलेख ( The Aihole Inscription ) Read More »

Scroll to Top